Home Articles कनिष्ठ अनुदेशक क्या होता है, राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक सैलरी, योग्यता और जॉब प्रोफाइल 2025

कनिष्ठ अनुदेशक क्या होता है, राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक सैलरी, योग्यता और जॉब प्रोफाइल 2025

Salary

Suman Saurav
Suman Saurav

Table of Content

कनिष्ठ अनुदेशक क्या होता है, राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक सैलरी, योग्यता और जॉब प्रोफाइल 2025

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक क्या होता है?

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक एक तकनीकी शिक्षा विभाग के अधीन पद है, जिसे सामान्य भाषा में Junior Instructor कहा जाता है। इसका मुख्य कार्य आईटीआई (Industrial Training Institute) या तकनीकी प्रशिक्षण केंद्रों में विद्यार्थियों को विभिन्न ट्रेड्स जैसे इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर, फिटिंग, वेल्डिंग आदि की व्यावहारिक और सैद्धांतिक शिक्षा देना होता है। कनिष्ठ अनुदेशक छात्रों को कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार योग्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और साथ ही प्रशिक्षण की गुणवत्ता की निगरानी, रिकॉर्ड संधारण और परीक्षा कार्यों में भी सहयोग करते हैं।

योग्यता

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor) पद के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए और संबंधित ट्रेड में आईटीआई/डिप्लोमा/डिग्री जैसी तकनीकी योग्यता अनिवार्य है। इसके साथ ही, उम्मीदवार के पास एनसीटीवीटी (NCVT)/एससीवीटी (SCVT) से मान्यता प्राप्त ट्रेड में प्रशिक्षण प्रमाणपत्र और कुछ मामलों में न्यूनतम 2 से 3 वर्ष का कार्यानुभव भी आवश्यक होता है। योग्यता मानदंड ट्रेड के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर या अन्य तकनीकी विषयों में डिप्लोमा/डिग्री।

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor) सैलरी 2025

यहाँ राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor) सैलरी 2025 का विस्तृत विवरण सारणीबद्ध रूप में दिया गया है:

वेतन घटक

विवरण (2025 के अनुसार)

पद का नाम

कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor)

वेतन स्तर (Pay Matrix)

लेवल – 10 (7वां वेतन आयोग)

मूल वेतन (Basic Pay)

₹33,800 प्रति माह से प्रारंभ

ग्रेड पे (Grade Pay)

₹4,800 (पुरानी प्रणाली अनुसार)

महंगाई भत्ता (DA)

समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा घोषित (2025 में लगभग 50% के आसपास)

मकान किराया भत्ता (HRA)

स्थान के अनुसार 8% से 16% तक

अन्य भत्ते

परिवहन भत्ता, चिकित्सा भत्ता, पेंशन (NPS), विशेष भत्ते

कुल वेतन (Gross Salary)

लगभग ₹52,000 – ₹56,000 प्रति माह (भत्तों सहित)

इन-हैंड सैलरी (कटौती के बाद)

लगभग ₹48,000 – ₹50,000 प्रति माह

प्रोबेशन अवधि का वेतन

प्रोबेशन के दौरान नियमानुसार फिक्स्ड पे (लगभग ₹33,800/-) दिया जाता है, भत्ते सीमित रहते हैं

नोट: वास्तविक वेतन DA, HRA और अन्य भत्तों में होने वाले बदलाव पर निर्भर करेगा।

Check: Rajasthan 4th Grade Pay Scale and In-Hand Salary Details 2025

जॉब प्रोफाइल

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor) का जॉब प्रोफाइल मुख्य रूप से आईटीआई (Industrial Training Institute) और अन्य तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को उनके ट्रेड (जैसे इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर, वेल्डिंग आदि) की सैद्धांतिक और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करना है। वे छात्रों को कौशल आधारित प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाते हैं, प्रयोगशाला और वर्कशॉप गतिविधियों का संचालन करते हैं, प्रशिक्षण से जुड़े रिकॉर्ड संधारित करते हैं और परीक्षाओं में सहयोग करते हैं। इसके साथ ही, कनिष्ठ अनुदेशक प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार छात्रों को मार्गदर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor) प्रमोशन और करियर ग्रोथ

यहाँ राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor) प्रमोशन और करियर ग्रोथ 2025 की सारणी दी गई है:

पद

पद का स्तर / कार्य

प्रमोशन पथ

अनुमानित वेतन स्तर (Pay Level)

कनिष्ठ अनुदेशक (Junior Instructor)

आईटीआई/प्रशिक्षण संस्थानों में छात्रों को ट्रेड आधारित तकनीकी प्रशिक्षण देना, प्रैक्टिकल व थ्योरी क्लास लेना, रिकॉर्ड संधारण

सेवा अवधि और विभागीय नियमों के अनुसार वरिष्ठ अनुदेशक (Senior Instructor) पद पर पदोन्नति

लेवल-10 (₹33,800 – ₹1,06,700)

वरिष्ठ अनुदेशक (Senior Instructor)

कनिष्ठ अनुदेशकों का मार्गदर्शन करना, प्रशिक्षण की गुणवत्ता की निगरानी करना, परीक्षा और प्रशासनिक कार्यों में सहयोग देना

प्रिंसिपल (ITI) या प्रशिक्षण अधिकारी पद पर पदोन्नति

लेवल-11/12 (₹39,300 – ₹1,24,200)

प्रिंसिपल / प्रशिक्षण अधिकारी (Principal/Training Officer)

आईटीआई संस्थान का संचालन, प्रशासनिक व शैक्षिक कार्यों की देखरेख, स्टाफ प्रबंधन

आगे चलकर जिला प्रशिक्षण अधिकारी / संयुक्त निदेशक (Joint Director) के पद तक प्रमोशन

लेवल-12/13 (₹56,100 – ₹1,77,500)

जिला प्रशिक्षण अधिकारी / संयुक्त निदेशक

जिले/क्षेत्र में सभी आईटीआई व प्रशिक्षण संस्थानों की देखरेख, नीतियों का पालन सुनिश्चित करना

आगे अनुभव व वरिष्ठता पर निदेशक (Director) पद तक पदोन्नति

लेवल-14 (₹67,700 – ₹2,08,700)

निदेशक (Director, Technical Education/Training)

राज्य स्तर पर तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग का संचालन, नीतियां बनाना और लागू करना

सर्वोच्च पद, इसके बाद प्रशासनिक या सचिवालय स्तर पर स्थानांतरण/तैनाती संभव

लेवल-15 (₹78,800 – ₹2,09,200)

इस प्रकार एक कनिष्ठ अनुदेशक से शुरुआत करने वाला उम्मीदवार अनुभव, सेवा और विभागीय पदोन्नति प्रक्रियाओं के आधार पर राज्य स्तर के उच्च प्रशासनिक पद तक पहुंच सकता है।

Frequently Asked Questions

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक क्या होता है?

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक तकनीकी शिक्षा विभाग में एक पद है, जिसे जूनियर इंस्ट्रक्टर कहते हैं। इनका मुख्य काम आईटीआई या तकनीकी संस्थानों में छात्रों को इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर जैसे ट्रेड्स की प्रैक्टिकल और थ्योरी की शिक्षा देना होता है। ये छात्रों को स्किल्स सिखाकर उन्हें रोजगार के लिए तैयार करते हैं और ट्रेनिंग की क्वालिटी भी देखते हैं।

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक के लिए क्या योग्यता चाहिए?

इस पद के लिए आपको 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए। साथ ही, संबंधित ट्रेड में आईटीआई, डिप्लोमा या डिग्री जैसी तकनीकी योग्यता जरूरी है। NCVT/SCVT से मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सर्टिफिकेट और कुछ मामलों में 2-3 साल का कार्यानुभव भी मांगा जाता है। योग्यता ट्रेड के हिसाब से थोड़ी अलग हो सकती है।

राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक की सैलरी कितनी होती है?

2025 के अनुसार, राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक का मूल वेतन ₹33,800 प्रति माह से शुरू होता है और यह लेवल-10 का पद है। महंगाई भत्ता (DA) और मकान किराया भत्ता (HRA) जैसे भत्तों को मिलाकर कुल सैलरी लगभग ₹52,000 से ₹56,000 प्रति माह बनती है। इन-हैंड सैलरी कटौती के बाद करीब ₹48,000 से ₹50,000 होती है।

कनिष्ठ अनुदेशक का जॉब प्रोफाइल या काम क्या होता है?

कनिष्ठ अनुदेशक का मुख्य काम आईटीआई में छात्रों को उनके ट्रेड जैसे इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल आदि की थ्योरी और प्रैक्टिकल शिक्षा देना है। वे छात्रों को स्किल्स सिखाकर उन्हें नौकरी के लिए तैयार करते हैं, वर्कशॉप एक्टिविटीज करवाते हैं, रिकॉर्ड रखते हैं और परीक्षाओं में मदद करते हैं। इनका रोल ट्रेनिंग की क्वालिटी सुधारने में भी अहम है।

कनिष्ठ अनुदेशक पद पर प्रमोशन कैसे मिलता है?

सेवा अवधि और विभागीय नियमों के अनुसार कनिष्ठ अनुदेशक को वरिष्ठ अनुदेशक (Senior Instructor) के पद पर प्रमोट किया जाता है। इसके बाद अनुभव और योग्यता के आधार पर प्रिंसिपल (ITI) या प्रशिक्षण अधिकारी, फिर जिला प्रशिक्षण अधिकारी और आगे चलकर निदेशक (Director) जैसे उच्च प्रशासनिक पदों तक भी पहुंचा जा सकता है।

क्या कनिष्ठ अनुदेशक बनने के लिए अनुभव जरूरी है?

हाँ, राजस्थान कनिष्ठ अनुदेशक पद के लिए कुछ मामलों में न्यूनतम 2 से 3 वर्ष का कार्यानुभव आवश्यक होता है। हालांकि, यह संबंधित ट्रेड और पद की विशिष्ट आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। NCVT/SCVT से मान्यता प्राप्त ट्रेड में प्रशिक्षण प्रमाणपत्र के साथ-साथ अनुभव भी एक महत्वपूर्ण योग्यता मानदंड हो सकता है।

कनिष्ठ अनुदेशक छात्रों के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं?

कनिष्ठ अनुदेशक छात्रों को कौशल-आधारित प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे न केवल सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि वर्कशॉप और लैब गतिविधियों का संचालन करके छात्रों को इंडस्ट्री की जरूरतों के हिसाब से तैयार करते हैं। यह सीधा छात्रों के करियर और भविष्य से जुड़ा है।

Show More
योग्यता जांचें आवेदन प्रक्रिया